कल शुक्रवार 19 अगस्त 2016 को पुलिस ने समस्तीपुर (बिहार) निवासी महिला वेशधारी, एक पुरुष आरोपी पेश किया!
आरोप था :- ट्रक ड्राईवरों को रोककर झगड़ा करना!
मैंने आरोपी से परिवार की बातें, बीकानेर आने, रोजगार, निवास, महिला वेश धारण करने व झगड़े का कारण जानने का प्रयास किया! उसने शब्दों में तो नहीं कहा; उसकी दयनीय हालात और बेबस वाणी से साफ हो गया कि कारण है:-
भूख
मैं स्वयं न्याय की कुर्सी पर बैठा निर्णय नहीं कर पा रहा था! बड़ी बेबसी से उसे जेल भेजा, शायद कुछ दिन उसकी भूख शांत रहे ?
सोचता हूँ,
क्या यही है, हमारी सामाजिक आर्थिक स्वतन्त्रता ? ?
क्या हम वाकयी विकसित राष्ट्र होने की कतार में हैं ? ? ?
क्या वाकयी हम न्याया की कुर्सी पर बैठने के पात्र हैं ? ? ? ?
अशोक कुमार खत्री,
तहसीलदार एवं
कार्यपालक मजिस्ट्रेट, बीकानेर
आरोप था :- ट्रक ड्राईवरों को रोककर झगड़ा करना!
मैंने आरोपी से परिवार की बातें, बीकानेर आने, रोजगार, निवास, महिला वेश धारण करने व झगड़े का कारण जानने का प्रयास किया! उसने शब्दों में तो नहीं कहा; उसकी दयनीय हालात और बेबस वाणी से साफ हो गया कि कारण है:-
भूख
मैं स्वयं न्याय की कुर्सी पर बैठा निर्णय नहीं कर पा रहा था! बड़ी बेबसी से उसे जेल भेजा, शायद कुछ दिन उसकी भूख शांत रहे ?
सोचता हूँ,
क्या यही है, हमारी सामाजिक आर्थिक स्वतन्त्रता ? ?
क्या हम वाकयी विकसित राष्ट्र होने की कतार में हैं ? ? ?
क्या वाकयी हम न्याया की कुर्सी पर बैठने के पात्र हैं ? ? ? ?
अशोक कुमार खत्री,
तहसीलदार एवं
कार्यपालक मजिस्ट्रेट, बीकानेर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें