शनिवार, अगस्त 20, 2016

ऐसा भी

कल शुक्रवार 19 अगस्त 2016 को पुलिस ने समस्तीपुर (बिहार) निवासी महिला वेशधारी, एक पुरुष आरोपी पेश किया! 
आरोप था :- ट्रक ड्राईवरों को रोककर झगड़ा करना! 
मैंने आरोपी से परिवार की बातें, बीकानेर आने, रोजगार, निवास, महिला वेश धारण करने व झगड़े का कारण जानने का प्रयास किया! उसने शब्दों में तो नहीं कहा; उसकी दयनीय हालात और बेबस वाणी से साफ हो गया कि कारण है:- 
भूख
मैं स्वयं न्याय की कुर्सी पर बैठा निर्णय नहीं कर पा रहा था! बड़ी बेबसी से उसे जेल भेजा, शायद कुछ दिन उसकी भूख शांत रहे  ? 
सोचता हूँ, 
क्या यही है, हमारी सामाजिक आर्थिक स्वतन्त्रता ?  ? 
क्या हम वाकयी विकसित राष्ट्र होने की कतार में हैं ?  ?  ?
क्या वाकयी हम न्याया की कुर्सी पर बैठने के पात्र हैं ?  ?   ?  ?  

अशोक कुमार खत्री,
तहसीलदार एवं
कार्यपालक मजिस्ट्रेट, बीकानेर

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