सर्वविदित सत्य है कि:-
१- राजस्व मण्जल ने १२ अक्तूबर को जारी, ताबदला सूचियों में पिछली तारीख १० लिखी है!
२- जिला कलक्टरों व उपनिवेशन/ भू प्रबंध आयुक्त के प्रशासनिक पत्रों की अनदेखी की गई है!
३- यह भी सही है, कि ९०% तबादले राजस्व मन्त्री स्तर से दलाली से हुए हैं!
४- दिनांक २ अक्तूबर की जयपुर बैठक में मैंने कहा था-
हमें अपने गिरेबान में झांकने की आवश्यकता है!
५- राजस्व मण्डल की :-
फूट डालो, राज करो नीति उजागर हुई!
६- मण्डल के लिए डूब मरने की बात है! कि वह आयुक्त / जिला कलक्टर जैसे प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा करता है!
७- भ्रष्टाचार ऊपर से ही शुरू होता है!
८- निश्चय ही यह अराजकता है!
# क्षमा याचना सहित *
१- राजस्व मण्जल ने १२ अक्तूबर को जारी, ताबदला सूचियों में पिछली तारीख १० लिखी है!
२- जिला कलक्टरों व उपनिवेशन/ भू प्रबंध आयुक्त के प्रशासनिक पत्रों की अनदेखी की गई है!
३- यह भी सही है, कि ९०% तबादले राजस्व मन्त्री स्तर से दलाली से हुए हैं!
४- दिनांक २ अक्तूबर की जयपुर बैठक में मैंने कहा था-
हमें अपने गिरेबान में झांकने की आवश्यकता है!
५- राजस्व मण्डल की :-
फूट डालो, राज करो नीति उजागर हुई!
६- मण्डल के लिए डूब मरने की बात है! कि वह आयुक्त / जिला कलक्टर जैसे प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा करता है!
७- भ्रष्टाचार ऊपर से ही शुरू होता है!
८- निश्चय ही यह अराजकता है!
# क्षमा याचना सहित *
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