शुक्रवार, अक्तूबर 14, 2016

सत्य है

सर्वविदित सत्य है कि:- 
१- राजस्व मण्जल ने १२ अक्तूबर को जारी, ताबदला सूचियों में पिछली तारीख १० लिखी है! 

२- जिला कलक्टरों व उपनिवेशन/ भू प्रबंध आयुक्त के प्रशासनिक पत्रों की अनदेखी की गई है!

 ३- यह भी सही है, कि ९०% तबादले राजस्व मन्त्री स्तर से दलाली से हुए हैं! 

 ४- दिनांक २ अक्तूबर की जयपुर बैठक में मैंने कहा था- 
हमें अपने गिरेबान में झांकने की आवश्यकता है!   

५- राजस्व मण्डल की :-
 फूट डालो, राज करो नीति उजागर हुई! 

६-  मण्डल के लिए डूब मरने की बात है! कि वह आयुक्त / जिला कलक्टर जैसे प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा करता है! 

७- भ्रष्टाचार ऊपर से ही शुरू होता है! 

८- निश्चय ही यह अराजकता है! 

# क्षमा याचना सहित * 

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